कर्म से महान बनना ही जैन धर्म का आदर्श -: संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन
कार्यक्रम-गोपाचल जैन मेले मे डाडिया नृत्य, प्रभू भक्ति भजन संध्या, नाट्क मंचनो का हुआ आयोजन।
गोपाचल पर्वत पर हुआ जैन मेले का आयोजन, लकी ड्रा वीर वरदान ,जीते पुरुस्कार, एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए आयोजित।
ग्वालियर- अहिंसा को जीवन में अपनाकर कर्म से महान बनना ही जैन धर्म का आदर्श है। इससे जीवन में मनुष्य सदैव अपनी पहचान कायम रखते हुए अन्य लोगो के लिए आदर्श बन जाता है। यह विचार मुख्य अतिथि संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन ने आज रविवार को महावीर जंयती महोत्सव समिति एवं अखिल जैन समाज वृहत्तर ग्वालियर के तत्वाधान श्री भगवान महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक महोत्सव पर फूलबाग स्थित जैन सिद्धक्षेत्र गोपाचल पर्वत पर जैन मेले के शुभारंभ पर व्यक्त किए।
जैन मेला का शुभारंम मुख्य अतिथि संयुक्त कलेक्टर संजीव जैन के साथ गोपाचल के महामंत्री अजीत वरैया महोत्सव समिति संयोजक अनुराग जैन, विनय कासलीवाल, बालचंद जैन, प्रवीण गंगवाल, चक्रेश जैन ने भगवान महावीर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि का सम्मान महावीर जयंती समिति के मुख्य संयोजक अनुराग जैन, निर्मल पाटनी, महेंद्र जैन एडवोकेट, मनोज सेठी एवं पदाधिकारियों के द्वारा शॉल श्रीफल स्मृतिचिन्ह भेंटकर कर किया। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण गंगवाल एवं आभार विनय कासलीवाल ने किया। सभी को पुरूस्कार अतिथि के द्वारा वितरण किए। इस मौके पर पंकज बाकलीवाल, मनोज सेठी, धर्म वरैया,विनोद जैन, प्रणव जैन, हितेंद्र बोहरा,नितेश जैन,आदि मौजूद थे।
*महिलाओ ने किया सामूहिक नृत्य डाडिया, महिलाओ और बच्चो ने खेला धार्मिक हाऊजी गेम-* मेले की शुरुआत मंगल चरण जैन मिलन महिला महानगर की महिलाओ ने भजन पर नृत्य और विशुद्ध वधिनी समूह नृत्य की प्रस्तुतीय दी। स्वागत नृत्य लिपिक जैन ने किया। वही दिगंबर जैन महिला परिषद ग्वालियर की मैम्बर्स ने महिलाए, बच्चे व पुरुषों को धार्मिक हाऊजी बहुत शानदार तरीके से खिलाया गया। जैन मिलन महिला फ़ालका बाज़ार और जैन मिलन महिला गोपाचल के द्वारा भगवान महावीर पर कलश नृत्य एवं वर्तमान को वर्धमान की आवश्यकता है भजन पर शानदार प्रस्तुति दी गई ।वीर वरदान लक्की ड्राॅ भी लिकाले गये। इसमें प्रथम वंशिग मशीन, दूसरा सोने का सिक्का, तीसरा एलईडी टीवी, चांदी का सिक्का, मिक्सर ग्राइडर, सहित ढेरों ईनाम साधर्मी के निकालते ही चेहरो पर खुशी की लहर दौडी।
*प्रभु भक्ति भजनो पर विशेष प्रस्तुतिया दी-ः* संगीतकर पार्टी के गायक शुभम जैन सैमी ने महावीर अहिंसा के पुजारी....नगरी में देखों छाई खुशी अपरम्पार..मेरे वीर प्रभु के द्वारे ढोल बाजे रे...णमोकार मंत्र हमें प्राणों से प्यारा इसने लाखों को है तारा..ऐसे ही भक्तिपूर्ण गीतो व भजनों पर शानदार प्रस्तुति दी। तो सभागार में उपस्थित सैलानियो की तालियो की गडगडहाट से गूॅज उठी।
*तीन नाटक को हुआ मंच, पूजा का फल, तारणहारी और आशाओं का हुआ खात्मा की प्रस्तुतियां हुई*
जैन मेले जैन मिलन महिला सिद्धार्थ मुरार की महिला और बच्चो ने नाटक की प्रस्तुति दी। इस नाटक में पूजा की महिमा महत्व बताया। नाटक में सेठानी जो पूजा में आस्था नहीं रखती थी सेठ जी दिन जैन धर्म में पूर्ण आस्था रखते थे उन्हें जैन धर्म पर पूरा विश्वास था जब इन उनके बेटे पर संकट आता है जैन धर्म पर और पूजा पाठ करने पर उनका बेटा वापस स्वस्थ हो जाता है तो सेठानी को भी जैन धर्म पर विश्वास हो जाता है और उन्होंने कहा है यही जैन धर्म पर पूजा का आस्था का फल है।
वही जैन मिलन महिता रत्नत्रय विनय नगर महिलाओ ने नाटक से बताया की व्यक्ति जिदगी भर अपने परिवार के लिए आशाओं से बहुत कुछ करना चाहता है मगर जिदंगी में मृत्यु कब आ जाए कोई पता नहीं रहता। व्यक्ति हर समय सोचा रहता है में अपनी पत्नी, मां बाप और बच्चो का भविष्य हू मगर सत्य तो यही है की एक दिन सब को जाना है , जिदंगी जब तक है धर्म, यात्रा और संसार के सुख दुःख केसे भी हो कार्यों को कर लेना चाहिए। जैन मिलन नेमीनाथ की महिलाओ और बच्चो ने तारणहारी महावीर नाटिका का मंचन नृत्य भजन के माध्यम से किया।
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