मप्र पत्रकार संघ के 30वें स्थापना दिवस पर 29 मई को होगा प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह
पत्रकारों के हितों व अधिकारों पर मंथन के साथ निःशुल्क बूस्टर डोज, सभी पत्रकारों के आयुष्मान कार्ड एवं शासन से प्रदत्त श्रद्धानिधि बढ़ाने के लिए होगी चर्चा, तय किए जाएंगे भविष्य के कार्यक्रम
ग्वालियर, 26 मई:-
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए समर्पित प्रदेश के सबसे बड़े पत्रकार संगठन "मप्र पत्रकार संघ" के 30वें स्थापना दिवस पर आगामी रविवार, 29 मई को बाल भवन, ग्वालियर में प्रातः 11 बजे से प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह आयोजित होगा। इस आयोजन में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं डिजीटल सोशल मीडिया से जुड़े सभी पत्रकारों की समस्याओं, आवश्यकताओं व ज्वलन्त मांगों पर गहन विचार मंथन, चिंतन होगा। पत्रकारों को उनका हक दिलाने के लिए भविष्य के कार्यक्रमों व अभियानों के संबंध में निर्णय लिए जाएंगे।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह के आमंत्रित अतिथियों में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, मप्र शासन के मंत्रीगण डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, भारत सिंह कुशवाह,पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा विधायक डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार प्रमुख हैं। प्रांतीय अधिवेशन के साथ ही देश, प्रदेश एवं अंचल की पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय से सेवाएं दे रहे स्वनामधन्य कलम के सिपाहियों को सम्मानित कर मप्र पत्रकार संघ की ओर से उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाएगी।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने बताया कि मप्र पत्रकार संघ विगत तीन दशकों से प्रदेश के पत्रकारों के हितों व अधिकारों की रक्षा के लिए सतत संघर्षरत है। पत्रकारों को शासन, प्रशासन सहित उनके संस्थानों से अधिकाधिक उचित सुविधाएं दिलाने के लिए मप्र पत्रकार संघ पूरी ऊर्जा से कार्य कर रहा है। प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने के लिए आवाज बुलंद की गई है। लंबे समय से लंबित पत्रकार कॉलोनी की अड़चनों का निराकरण कराकर पत्रकारों को उनके भूखंडों पर अधिकार दिलाकर भवन निर्माण का पथ प्रशस्त किया गया। कोरोना काल में संकट से जूझ रहे पत्रकारों को यथासंभव सहायता सुलभ कराई गई। पत्रकारों को निःशुल्क कोरोना के टीके लगवाने के साथ ही कोरोनाग्रस्त हुए पत्रकारों को तत्काल उपचार सुविधा मुहैया कराने के लिए भी प्रयास किए गए। अब पत्रकारों को निःशुल्क बूस्टर डोज लगवाने, सभी पत्रकारों के आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं शासन से प्रदत्त श्रद्धानिधि बढ़ाने के लिए शासन-प्रशासन से चर्चा की जा रही है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी मप्र पत्रकार संघ कार्यरत है। प्रतिवर्ष 5 जून से 30 अगस्त तक पत्रकार संघ द्वारा एक लाख पौधे लगाए जाते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में आने वाले युवाओं व प्रशिक्षुओं के लिए नियमित रूप से वर्कशॉप आयोजित की जाती हैं। इसी क्रम में समय-समय पर वरिष्ठ मूर्धन्य पत्रकारों के उदबोधन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने बताया कि प्रिंट के अलावा इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया विधा के पत्रकारों व फोटो जर्नलिस्ट को भी उचित मंच प्रदान कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रकोष्ठ बनाए गए हैं, पत्रकारों के हित में इन प्रकोष्ठों की गतिविधियां नियमित रूप से जारी हैं। युवा पत्रकारों की प्रकोष्ठ भी गठित की गई है।
संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने प्रदेश के सभी पत्रकारों से मप्र पत्रकार संघ के 30वें स्थापना दिवस पर आयोजित हो रहे प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह में अधिकाधिक उपस्थिति के साथ इन कार्यक्रमों को सफल व ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया है।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह के आमंत्रित अतिथियों में केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, मप्र शासन के मंत्रीगण डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रद्युम्न सिंह तोमर, भारत सिंह कुशवाह,पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा विधायक डाॅ. सतीश सिंह सिकरवार प्रमुख हैं। प्रांतीय अधिवेशन के साथ ही देश, प्रदेश एवं अंचल की पत्रकारिता के क्षेत्र में लंबे समय से सेवाएं दे रहे स्वनामधन्य कलम के सिपाहियों को सम्मानित कर मप्र पत्रकार संघ की ओर से उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त की जाएगी।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने बताया कि मप्र पत्रकार संघ विगत तीन दशकों से प्रदेश के पत्रकारों के हितों व अधिकारों की रक्षा के लिए सतत संघर्षरत है। पत्रकारों को शासन, प्रशासन सहित उनके संस्थानों से अधिकाधिक उचित सुविधाएं दिलाने के लिए मप्र पत्रकार संघ पूरी ऊर्जा से कार्य कर रहा है। प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू कराने के लिए आवाज बुलंद की गई है। लंबे समय से लंबित पत्रकार कॉलोनी की अड़चनों का निराकरण कराकर पत्रकारों को उनके भूखंडों पर अधिकार दिलाकर भवन निर्माण का पथ प्रशस्त किया गया। कोरोना काल में संकट से जूझ रहे पत्रकारों को यथासंभव सहायता सुलभ कराई गई। पत्रकारों को निःशुल्क कोरोना के टीके लगवाने के साथ ही कोरोनाग्रस्त हुए पत्रकारों को तत्काल उपचार सुविधा मुहैया कराने के लिए भी प्रयास किए गए। अब पत्रकारों को निःशुल्क बूस्टर डोज लगवाने, सभी पत्रकारों के आयुष्मान कार्ड बनवाने एवं शासन से प्रदत्त श्रद्धानिधि बढ़ाने के लिए शासन-प्रशासन से चर्चा की जा रही है। पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी मप्र पत्रकार संघ कार्यरत है। प्रतिवर्ष 5 जून से 30 अगस्त तक पत्रकार संघ द्वारा एक लाख पौधे लगाए जाते हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में आने वाले युवाओं व प्रशिक्षुओं के लिए नियमित रूप से वर्कशॉप आयोजित की जाती हैं। इसी क्रम में समय-समय पर वरिष्ठ मूर्धन्य पत्रकारों के उदबोधन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
मप्र पत्रकार संघ के संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने बताया कि प्रिंट के अलावा इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया विधा के पत्रकारों व फोटो जर्नलिस्ट को भी उचित मंच प्रदान कर उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रकोष्ठ बनाए गए हैं, पत्रकारों के हित में इन प्रकोष्ठों की गतिविधियां नियमित रूप से जारी हैं। युवा पत्रकारों की प्रकोष्ठ भी गठित की गई है।
संस्थापक महासचिव राजेश शर्मा ने प्रदेश के सभी पत्रकारों से मप्र पत्रकार संघ के 30वें स्थापना दिवस पर आयोजित हो रहे प्रांतीय अधिवेशन एवं पत्रकार सम्मान समारोह में अधिकाधिक उपस्थिति के साथ इन कार्यक्रमों को सफल व ऐतिहासिक बनाने का आह्वान किया है।
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