पंचकल्याणक शोभयात्रा में बग्गियों, हाथी पर इंद्रा इंद्राणी सवार होकर पहुँचे अयोध्या नगरी
कार्यक्रम-पंचकल्याण महोत्सव के कलश घटयात्रा मे जैन समाज के लोग उमड़े।
शोभायात्रा में देव, शास्त्र, गुरु के संग भक्तो में उल्लास, शोभायात्रा में अनुयाई उमड़ा पडे, अभिषेक और जैन संतो के प्रवचन हुए।
ग्वालियर-राष्ट्रसंत मुनिश्री 108 विहर्ष सागर जी महाराज एवं विजयेश सागर महाराज, मुनिश्री विनिबोध सागर महाराज, व ऐलक श्री विनियोग सागर महाराज के सानिध्य में 18 फरवरी से 27 फरवरी तक (अयोध्या नगरी) फूलबाग मैदान में पंचकल्याणक महोत्सव के दूसरे दिन शनिवार को विहर्ष पंचकल्याणक समिति व समन्वयक जैन मिलन ग्वालियर की ओर से नई सड़क स्थित चंपाबाग धर्मशाला से विशाल मंगल कलश घटयात्रा निकाली गई।
शोभायात्रा का शुभारंभ ग्वालियर सासंद विवेक नारायण शेजवलकर ने मुनिश्री के सानिध्य में जैन ध्वज दिखकर रवाना की। घटयात्रा नई सड़क से शुरू होकर गस्त का ताजिया, फालका बाजार, शिंदे की छावनी, मॉल के सामने से होते हुए कार्यक्रम स्थल अयोध्या नगरी फूलबाग मैदान पहुंचेगी।
शोभायात्रा में सबसे आगे सौधर्म इंद्रा व कुबेर इंद्रा हाथी पर सवार थे घोडे युवा जैन ध्वजालेकर चल रहे थे।इंद्रा-इंद्राणिया फूलों से सज्जी 24 बाग्गियो मे सवार थे। महिलाएॅ केसरिया साडीयों में मंगल कलश सिर पर रखकर व मंगल गीत गाकर चल रही थी। डीजे व बैंड की धुन पर युवक और युवातिया नृत्य कर थे। वही महिला सगंठनो ने पूरे रास्ते डांडिया गरबा खेलाती हुई चल रही थी। ढोल ताशे के साथ तीनो रथो में भगवान जिनेंद्र की प्रतिमाएं विराजित थी। जैन समाज के लोगो ने अपने घर के द्वारे पर भव्य रंगोली बनकर रथ की आगवानी के साथ मुनिराजों का पादप्रक्षालन व भगवान जिनेद्र की भव्य आरती उतारी।
आयोजन समिति ने प्रतिष्ठाचार्य को अनुष्ठान के लिए आमंत्रित किया*
महोत्सव के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनिश्री के सानिध्य में पंचकल्याण महोत्सव के प्रतिष्ठाचार्य पंडित अजित कुमार शास्त्री, सह प्रतिष्ठाचार्य पंडित चंद्राप्रकाश चंदर जैन, अरविंद जैन दिल्ली, सुनिला भड़ारी, हुकुमचंद्र जैन व सम्मेद उपाध्याय कर्नाटक को आंमत्रित किया! खाद बीज निगम के अध्यक्ष मुन्नलाल गोयल ने भी मुनिश्री का आशीर्वाद लिए। आयोध्य नगरी के राजा सिंघई महेशचंद जैन शेलेज जैन परिवार का सम्मान आयोजन समिति डॉ वीरेंद्र गंगवाल, श्यामलाल विजवर्गी, अजीत वरैया, संयुक्त अध्यक्ष विकास गंगवाल, महामंत्री पवन जैन पत्रकार, स्वागत अध्यक्ष विमल जैन, मुख्यसंयोजक बालचंद जैन, विनय कासलीवाल, वीरेंड जैन, पंकज जैन आदि ने किया।
शुभारंभ ध्वजारोहण, मंच व पंडाल उद्घाटन के साथ हुआ
पंचकल्याण महोत्सव का शुभारंभ मुनिश्री विहर्ष सागर महाराज ससंघ के सानिध्य एवं प्रतिष्ठाचार्य अजित कुमार शास्त्री ने मंत्र उच्चारण के साथ ध्वजारोहणकर्ता सुनील मंजू जैन परिवार ने शुभारंम किया। पंडाल का फीट खोलकर निर्मल कुमार जैन मारसन्स ग्वालियर एंव मंच उद्घाटन निर्मल मंजू शोभित निशा पाटनी परिवार किया। मंगल कलश स्थापन श्रीमती तारा शाह अनिल माधवी शाह परिवार ने की।
इंद्रो ने भगवान का अभिषेक व इदाणियों ने वेदी की शुद्धि
पंच कल्याणक महोत्सव में इंदो ने भगवान के अभिषेक एवं शांतिधार की। महिलाओ मंगल कलशों के जल से पंडाल और वेदी शुद्धि की क्रिया जैन विधि के अनुसार कराई। इसके बाद इंद्रा-इंदाणियों ने यागमंडल आराधना पूजन की गई।
रात्रि में माता मरूदेवी ने देखे 16 सपने का मंचन हुआ
तीर्थंकर भगवान के गर्भ मे आने से पहले ही पृथ्वी पर शुभ लक्षण दिखाई देने लगते है। ठीक इसी तरह भगवान आदीनाथ की माता मरूदेवी को 16 सपने दिखाई दिए। जिन्होने आभास कराया कि आने वाले समय मे उनके गर्भ से तीर्थंकर पैदा होगा। पंच कल्याणक पहले दिन शनिवार की रात सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मंच पर यही दृष्य प्रस्तुत किया गया। इसमें माता के सपनों के वे सभी 16 शुभ चिन्ह् प्रदर्षित किए गए जो जन्म धर्म में शुभ माने जाते है।
आज गर्व कल्याणक, गोद भराई, प्रतिमाओं का शुध्दि होगा-
महोत्सव के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मंगलवार 23 फरवरी प्रातः 6 बजे से जाप्य, नित्य नियम पूजन, मुनिश्री के मंगल प्रवचन एवं दोपहर मे दोपहर 2 बजे से मां मरूदेवी की गोद भराई व सौभाग्यवती महिलाओ द्वार नवीन भगवान प्रतिमाओ का शुद्धि संस्कार होगे। रात्रि में नाभिराय का दरबार मारूदेवी से 56 कुमारियो की भेट कार्यक्रम होगें।
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