यातायात पुलिस ग्वालियर द्वारा ई-चालान समन शुल्क जमा करने हेतु डोर-टू-डोर अभियान का किया आरम्भ
ग्वालियर:- दिनांक 07.12.2021
ग्वालियर शहर की यातायात व्यवस्था को सुव्यस्थित एवं सुचारू रूप से संचालित करने तथा वाहन चालकों को यातायात नियमों का पालन करने हेतु जागरूक करने की दिशा में यातायात पुलिस ग्वालियर द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे है। यातायात पुलिस द्वारा अभियान चलाकर आमजनता को यातायात नियमों के प्रति शिक्षित एवं जागरूक किया जा रहा है। परन्तु प्रायः देखने में आ रहा है कि वाहन चालकों द्वारा वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके चलते वाहन चालको पर चालानी कार्यवाहियाँ की जा रही है।
यातायात पुलिस द्वारा आई.टी. एम. एस के माध्यम से रेड लाइट जम्प, बिना हेलमेट दो पहिया वाहन चलाना, ओवर स्पीड में वाहन चलाने पर ई-चालान किये जा रहे है। इसके साथ ही ई-चालान मोबाइल ऐप के माध्यम से नो पार्किंग जोन मे खड़े वाहनों, गलत नम्बर प्लेट लगे वाहनों, बिना हेलमेट, तीन सवारी दो पहिया वाहनों, मॉडीफाइड सायलेंसर लगे वाहनों आदि पर चालानी कार्यवाही की जा रही है तथा उक्त वाहन चालकों के घर डाक के माध्यम से चालान भी भेजे जा रहे है। परन्तु विगत जनवरी माह से अक्टूबर माह तक किये गये 41161 ई-चालानों के बावजूद चालकों द्वारा यातायात नियमों के उल्लघंन करने के साथ-साथ यातायात पुलिस द्वारा किये गये चालान के समन के शुल्क को जमा करने में उदासीनता बरती जा रही थी। इसे दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री अमित सांघी, भापुसे के निर्देश पर यातायात पुलिस ग्वालियर द्वारा माह नवम्बर में अति० पुलिस अधीक्षक यातायात श्रीमती हितिका वासल, भापुसे के मार्गदर्शन में डोर-टू-डोर ई-चालान का समन शुल्क जमा करने हेतु अभियान चलाया गया।
जिसके तहत यातायात पुलिस कर्मियों द्वारा घर-घर जाकर यातायात नियमों का उल्लघंन करने वाले लोगों से समन शुल्क की रसीद कता कर समन शुल्क जमा कराने की कार्यवाही की जा रही है। इस अभियान के तहत यातायात पुलिस द्वारा फोन के जरिये ई-चालान का समन शुल्क जमा करने हेतु आग्रह किया जाता है। तदोपरांत समन शुल्क जमा न करने वाले लोगों के घर जाकर उनसे समन शुल्क की रसीद कता की जाती है। यातायात पुलिस द्वारा प्रारम्भ किये गये डोर-टू-डोर ई-चालान का समन शुल्क जमा करने के अभियान से ग्वालियर शहर की जनता में ई-चालान का समन शुल्क जमा करने की जागरूकता पैदा हुई है। जहां माह जनवरी से माह अक्टूबर तक भरे गये ई-चालानों का प्रतिशत 22% था वही आज माह नम्बवर में यह आकड़ा बड़ कर 78% प्रतिशत हो गया है। इसका परिणाम यह हुआ कि माह नम्बवर में 5280 ई-चालानों का समन शुल्क जमा कराया जा चुका है।
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