भाषायी शिष्टाचार की सीख देती है काशीफल:पराड़कर
शिवपुरी:-
अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिला शिवपुरी द्वारा शिवपुरी के वरिष्ठ साहित्यकार,चिंतक व विचारक पुरुषोत्तम गौतम की कृति काशीफल एवं अन्य कहानियां पुस्तक का विमोचन स्थानीय सोनचिरैया होटल में आयोजित किया,जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीधर पराड़कर मौजूद रहे,साथ ही शिरोमणि दुबे,डॉ कुमार संजीव व डॉ एच पी जैन भी अतिथि बतौर मौजूद रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीधर पराड़कर ने कहा कि पुरुषोत्तम गौतम की पुस्तक की कहानी काशीफल भाषायी शिष्टाचार सिखाती है,जिसके अभाव की वजह से ही कितनी बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है ये सीख मिलती है,इसी प्रकार पुस्तक की दूसरी कहानी घड़ी अत्यंत प्रभावी व बाल मनोविज्ञान पर आधारित है,सभी कहानियां पुरुषोत्तम जी की सहज भावुकता, चिंतन और राष्ट्रीय अवधारणा पर आधारित है।
ग्वालियर से पधारे हिंदी साहित्य सभा के अध्यक्ष डॉ कुमार संजीव ने न्यायदान कहानी विशेष उल्लेख करते हुए उसके भावविन्यास,वात्सल्य,न्याय आदि तत्वों की सारगर्भित विवेचना प्रस्तुत की,और कहानी को अत्यंत प्रेरणादायी बताया।
सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान के प्रांतीय सचिव शिरोमणि दुबे ने काशीफल एवं अन्य कहानियों को राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में अत्यंत प्रभावी व प्रेरणादायी बताया।
शिवपुरी के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ हरिप्रकाश जैन ने कहानी संग्रह की अनेक कहानियों पर समीक्षात्मक विचार व्यक्त करते हुए काशीफल,मधुबन,घड़ी और डायरी का आखरी पन्ना कहानी की विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रभावी बताया।
इस अवसर पर बोलते हुए काशीफल एवं अन्य कहानियां के लेखक पुरुषोत्तम गौतम ने अपनी कहानियों को मन मे उपजे भावों के प्रगटीकरण बताते हुए अपनी भावप्रवणता को प्रकट किया।
कार्यक्रम का संचालन अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा,स्वागत भाषण विवेक गौतम तो आभार ज्ञापित प्रियंका गौतम ने माना।
शिवपुरी के जिले भर से आये साहित्यकारों ने श्रीधर पराड़कर,पुरुषोत्तम गौतम,कुमार संजीव,हरिप्रकाश जैन,हरिश्चन्द्र भार्गव का शॉल श्रीफल से अभिनंदन किया।इस अवसर पर विविध संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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