शिवराज जी के नेतृत्व में मप्र में हुआ तेज विकास, फिर शुरू हुईं जनहितैषी योजनाएं : प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश चतुर्वेदी
कोरोना संक्रमण रोकने की बजाय आइफा में व्यस्त थी कमलनाथ सरकार
ग्वालियर, 22 मार्च।
एक वर्ष पहले कोरोना संक्रमण की विषम परिस्थितियों में श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के मुख्यमंत्री की बागडोर फिर से संभाली थीं और उन्होंने इस अवधि में न केवल प्रदेश में विकास कार्य तेज किए, बल्कि उन जनहितैषी योजनाओं को फिर से शुरू किया, जिन्हें कमलनाथ की सरकार ने बंद कर दिया था। 15 महीने के कार्यकाल में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने केवल लुभावने वादे किए, लेकिन अमल किसी पर नहीं किया और लोगों को भ्रमित किया। यह बात प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष चौधरी श्री मुकेश चतुर्वेदी ने आज प्रदेश सरकार का एक वर्ष का कार्यकाल पूरा होने पर प्रेस वार्ता में मीडिया से कही। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष श्री कमल माखीजानी, संभागीय मीडिया प्रभारी पवन कुमार सेन उपस्थित रहे।
श्री चतुर्वेदी ने कहा कि जब पूरी दुनिया और देश के साथ मप्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था, उस समय उसकी रोकथाम करने की बजाय कमलनाथ इंदौर में आइफा अवार्ड की तैयारियों में व्यस्त थे और जनहितैषी योजनाओं पर उनका ध्यान नहीं था। उनकी सरकार बदले की भावना से काम कर रही थी। भाजपा की जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करवा दिया गया और भाजपा कार्यकर्ताओं और संगठनों को निशाना बनने की राजनीति शुरू कर दी। चुनाव प्रचार के दौरान तो कमलनाथ सहित उनके नेताओं ने लोक लुभावन वादे किए, लेकिन सरकार बनते ही उनको भूल गए। किसानों के दो लाख रुपए के ऋण माफ नहीं हुए। बेरोजगार युवकों को चार हजार रुपए का भत्ता नहीं मिला। कुल मिलाकर प्रदेश की जनता को भ्रमित किया गया। गरीबों को जो प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिलना था, उसको रोक दिया गया।
अब प्रदेश में फिर से भाजपा के श्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार है और इस एक वर्ष की अवधि में मप्र का विकास तेजी से आगे बढ़ा है और सभी वर्गों के कल्याण की योजनाओं को फिर से शुरू किया गया है। खासतौर से गरीब और किसानों का सरकार ने विशेष ख्याल रखा है। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने कोरोना संक्रमण का मुकाबला किया और प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता से लेकर इलाज के लिए ऑक्सीजन बेड, आईसीयू बेड के लिए युद्ध स्तर पर काम करके सब सुविधाओं को सरप्लस कर दिया। कोरोना काल में प्रवासी मजदूरों को सरकार ने सहायता दी और उन्हें काम भी उपलब्ध कराया। अब कोरोना वैक्सीन लगाने का काम जारी है और प्रदेश में चार लाख से ज्यादा लोगों को यह वैक्सीन लग चुकी है। इसी प्रकार प्रदेश में अभी तक आयुष्मान कार्ड का लाभ दो करोड़ से ज्यादा लोगों को दिया जा चुका है।
किसानों की कल्याण की योजनाओं के बारे में श्री चतुर्वेदी ने बताया कि मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना में अभी तक 57 लाख किसानों को 1150 रुपए का भुगतान दिया जा चुका है। इसी प्रकार फसल बीमा राशि में 44 लाख किसानों को 8800 करोड़ रुपए का भुगतान भी दिया गया है। कोरोना काल में किसानों से 129 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की रिकार्ड खरीदी की और पंजाब व हरियाणा को पीछे छोड़कर मप्र पहला राज्य बन गया।
गरीबों को कोरोना काल में उन 37 लाख लोगों को राशन दिया गया है, जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के दायरे में नहीं आते थे।
उन्होंने बताया कि एक साल के भीतर प्रदेश में मफियाओं के खिलाफ अभियान चलाकर 10 हजार करोड़ रुपए की करीब तीन हजार हेक्टेयर जमीन छुड़ाई गई है। खनन माफिया के खिलाफ 5581 मामले दर्ज किए गए और 31 करोड़ के साथ 845 वाहन जप्त किए गए। 30 लोगों पर रासुका लगाई गई। राशन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करके 562 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार एक वर्ष में महिला अपराधों में 4.35 प्रतिशत की कमी आई है और लगातार कार्रवाई जारी है। कुल मिलाकर विकास के हर क्षेत्र में एक वर्ष में शिवराज सरकार ने तेजी से काम किया है और विकास की गति को बनाए रखा है।
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