मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगाया बेल का पौधा
ग्वालियर 11 मार्च 2021
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से भी पौधे लगाने का आव्हान किया, जिससे पृथ्वी पर हरियाली बढ़े। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा भोपाल शहर काफी हरा-भरा है, फिर भी बाग-बगीचों को अच्छी प्रजातियों के वृक्षों से सज्जित करने का कार्य निरंतर चलना चाहिए।
बेल का महत्व
बेल को बिल्व का वृक्ष भी कहा जाता है। अनुसंधान में इसके विभिन्न गुणों के बारे में जानकारी मिली है, जिसके अनुसार बेल पत्र पानी में डालकर स्नान करने से सात्विकता बढ़ती है। बेल पत्र का रस लगाकर आधे घंटे बाद नहाने से शरीर की दुर्गंध दूर होती है। संधिवात में पत्ते गर्म करके बांधने से सूजन और दर्द में राहत मिलती है। पत्तों के रस में मिश्री मिलाकर पीने से अम्लपित्त में में आराम मिलता है। बरसात के मौसम में होने वाली सर्दी-खासी और बुखार के लिए बेल पत्र के रस में शहद मिलाकर सेवन करना लाभकारी माना गया है। मधुमेह में रोज बिल्व पत्र अथवा सूखे पत्तों का चूर्ण खाने से रोग नियंत्रित होता है। बेल पत्र का सेवन मन को एकाग्रता प्रदान करता है और ध्यान केन्द्रित करने में सहायता मिलती है। इसके पत्तों का काढ़ा पीने से हृदय भी मजबूत होता है। भगवान शिव को भी श्रद्धापूर्वक बेल पत्र चढ़ाया जाता है।
Post a Comment