Header Ads

test

मिंयावाकी प्लांटेशन का वृहद वृक्षारोपण कार्य प्रारंभ

 



ग्वालियर 12 मार्च 2021

 मनरेगा योजनांतर्गत ग्वालियर जिले की ग्राम पंचायत बड़ेरा भारस जनपद पंचायत भितरवार में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल के निर्देशानुसार मिंयावाकी प्लांटेशन का वृहद वृक्षारोपण कार्य प्रारंभ किया गया। मिंयावाकी प्लांटेशन की विशेषता है कि इसमें विभिन्न प्रजातियों के लगभग 15 से 20 प्रकार की प्रजाति के जिसमें पीपल, बरगद, शीशम, नीम, करंज, अनार, नींबू, आंवला, बेल, कचनार, कटहल, अमलतास, करौंदा, खटुआ, सीताफल आदि के घने पौधे लगाए जायेंगे। 

600 मीटर लम्बाई एवं 4 मीटर चौड़ाई में रोपित पौधों के लिये सिंचाई हेतु पानी की व्यवस्था भी की गई है।  ढ़ाई फुट से चार फुट तक के लम्बाई वाले पौधे रोपित किए जा रहे हैं। लगभग 10 लाख की योजना 3 वर्ष में पूर्ण होगी। यह वृक्षारोपण लाइव फेसिंग (पर्यावरणीय बाउण्ड्रीवॉल) की तरह कार्य करेगी। मिंयावाकी पद्धति में वृक्षारोपण घना होता है एवं पौधे अगल-बगल की तुलना में सीधे ऊपर की ओर अधिक वृद्धि करते हैं। 

जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री किशोर कान्याल ने बताया कि मुख्य रूप से वृक्षारोपण की यह एक जापानी पद्धति है। जिसमें एक साथ एक ही स्थान पर विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए जाते हैं, जिससे इनका रख-रखाव में आसानी हो। साथ ही विभिन्न प्रकार के पौधों के पर्यावरणीय लाभ एक साथ प्राप्त हो सकें। जैव विविधता को ध्यान में रखते हुए यह वृक्षारोपण की पद्धति जो तापमान नियंत्रण में सहयोगी होगी तथा प्रदूषण मुक्त वातावरण तैयार होगा। इस पद्धति से किए जाने वाले वृक्षारोपण में पौधों की वृद्धि दर सामान्य वृक्षारोपण की तकनीकी से 3 से 4 गुना अधिक है। 


कोई टिप्पणी नहीं